चलते फिरते इंसानी कंकाल
Aman bairagi907
नागपुर नाम का एक बड़ा ही पुख्यात गॉंव था। बहुत सारी ऐतिहासिक इमारतों और महलों के कारण उस गॉंव के चर्चे हर जगह होते थे। वहां हर दिन पर्यटकों का जमावड़ा रहता था। एक दिन शहर से समीर नाम का एक लड़का गांव की इन इमारतों और महलों के बारे में जानकारी जुटाने आया। समीर को गॉंव के रास्तों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी इसलिए वो एक गाइड को रख लेता है।पुरे दिन घूमने के बाद आखिर में बारी आती है घुंघरू महल की, लेकिन सूरज ढलने में ज्यादा समय नहीं होता और समीर गाइड को वहां जाने के लिए बोलता है। लेकिन गाइड वहां जाने से साफ़ मन कर देता है क्यूंकि कहा जाता है है की शाम ढलते ही उस महल में इंसानी कंकाल घूमते है।