Fairytale
Neha Jat
अकेला चाँदएक ठंडी शरद ऋतु की शाम, यूरा परिचित पहाड़ी पर चढ़ी, उसकी आँखें आश्चर्य से चौड़ी हो गईं। चाँद, जो आमतौर पर गर्मी का प्रतीक होता है, सुस्त और उदास दिखाई दिया।तुम्हें क्या परेशानी है, चाँद? यूरा ने फुसफुसाते हुए कहा, उसकी आवाज़ सरसराहट वाले पत्तों के खिलाफ़ बमुश्किल एक बड़बड़ाहट थी।एक फीकी, अलौकिक आवाज़ नीचे आई, छोटे, मेरा दिल भारी है। जंगल के जीवों की हँसी गायब हो गई है, उसकी जगह एक बेचैन करने वाला सन्नाटा छा गया है।यूरा का माथा सिकुड़ गया। गिलहरियों की जीवंत चहचहाहट, उल्लुओं की हूटिंग - ये अमरी की रात की लोरियाँ थीं। उनकी अनुपस्थिति बेचैन करने वाली थी।चाँद, यहाँ सन्नाटा क्यों