एक छोटे से गाँव
FB_yieb6328
कहानी की शुरुआत एक छोटे से गाँव से होती है, जहाँ एक लड़का, आदित्य, अपने माता-पिता के साथ रहता है। आदित्य का बचपन बेहद खुशहाल था। उसका गाँव पहाड़ियों और नदियों से घिरा हुआ था, और हर शाम, वह अपने दोस्तों के साथ खेलता था। उसकी माँ हमेशा उसे तारे गिनने के लिए कहती थी, क्योंकि उसके पिता ने उसे बताया था कि हर तारा एक सपना होता है।आदित्य के पिता, रामू, एक गरीब किसान थे, लेकिन उन्होंने अपने बेटे के लिए बड़े सपने देखे थे। रामू हमेशा कहते थे, बेटा, तुम बड़े होकर कुछ बड़ा कर सकते हो। शिक्षा से तुम अपनी दुनिया बदल सकते हो। आदित्य को अपने पिता का सपना पूरा करने की प्रेरणा मिलती थी।