Brave girl story
Mohd Rashid
Brave Girl Story in Hindi : सड़क के किनारे छोटी सी छुग्गी के बाहर छुटकी खेल रही थी। शाम होने को आई थी। वह अपने पापा का इंतजार कर रही थी। छुटकी मां दो साल पहले बीमारी में चल बसी। उस समय छुटकी छः साल की थी।तब से पापा थोड़ा बहुत कमाते थे। उससे ज्यादा शराब में उड़ा देते थे। सुबह देर से उठते थे। फिर रेहड़ी पर थोड़े से फल लेकर गली गली बेचने निकल जाते थे।आज बहुत देर हो चली थी। छुटकी को खाना भी बनाना था। वह अन्दर गई मिट्टी के तेल से जलने वाले लैंप को साफ किया उसका शीशा निकाल कर साफ किया फिर उसमें मिट्टी का तेल डाल कर रख दिया। पास ही माचिस रख दी जिससे अंधेरा होते समय उसे जला कर खाना बना ले।