मोगली ने घबराकर चारों ओर देखा, लेकिन कोई नहीं था।
kushagra singh_ulry
मोगली को समझ नहीं आ रहा था कि ये सब क्या हो रहा है। वह ताबीज को देख रहा था और सोच रहा था कि क्या उसे इसे अपने साथ ले जाना चाहिए या यहीं छोड़ देना चाहिए। तभी, उसने कुछ पैरों की आहट सुनी। उसने पीछे मुड़कर देखा तो वहां कोई नहीं था। लेकिन उसे लगा जैसे कोई उसे देख रहा होतभी बघीरा और बलू वहाँ पहुँचे। तुम ठीक तो हो? बघीरा ने पूछा। मोगली ने हाँ में सिर हिलाया, लेकिन उसकी आँखों में एक नया जोश था। उसे अब समझ में आ गया था कि जंगल की रक्षा सिर्फ बलू और बघीरा की जिम्मेदारी नहीं थी। वह भी इस जंगल का हिस्सा था और उसे भी इस जंगल की सुरक्षा करनी थी।