"भूतिया हवेली"
vikrant patel
एक छोटे से गांव में एक पुरानी हवेली खड़ी थी, जिसे सभी भूतिया हवेली कहकर बुलाते थे। हवेली के बारे में कहानियां थीं कि वहाँ रात में अजीब-अजीब आवाजें आती थीं और कभी-कभी रोने की आवाजें सुनाई देती थीं।एक दिन, गाँव के एक साहसी युवक, राजीव, ने हवेली में रात बिताने का निर्णय लिया। उसने सोचा कि ये सब सिर्फ अफवाहें हैं और हवेली में जाकर वह इन बातों का पता लगाएगा।रात का समय आया, और राजीव हवेली में चला गया। हवेली के अंदर की अंधेरी कोठरी में बत्ती जलाते हुए, उसने खुद को साहसी और निडर दिखाने की कोशिश की। कुछ घंटे बीतने के बाद, अचानक हवेली में एक ठंडी हवा चलने लगी और किवाड़ों से अजीब आवाजें आने लगीं।