देख लो शेयर बाजार में ज्यादा पैसा डालने का नतीजा,
Raju kumar Sharma
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, लेकिन इसमें रोजगार पैदा करना एक बड़ी चुनौती भी है. सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर पर अधिक खर्च से ग्रोथ रेट को बल मिला है, लेकिन प्राइवेट इन्वेस्टमेंट में कमी और बैंक डिपॉजिट में धीमी ग्रोथ से आर्थिक संतुलन बिगड़ रहा है. बैंक कर्ज तभी दे पाएंगे, जब उनके पास कर्ज बांटने जितना पैसा रखा हो. लेकिन डिपॉजिट की कमी और लोन बांटने के अनियंत्रित नियमों ने आर्थिक विकास को धीमा कर दिया है. इन सब के बीच, घरों की बचत का निवेश शेयर मार्केट और पूंजी बाजार में बढ़ रहा है. समझने की जरूरत है कि ये पूरा घटनाक्रम भारत के आर्थिक विकास और