एक मेरा फ्रेंड ऐसा भी है
ASHVIN BAMBHANIYA
में विजय और हितेश तीनो बेस्ट फ्रेंड्स है उसमे हितेश बहुत ही संचल है जहा भी लड़की देखी नही लाइन मारना शुरू कर दिए। एक बार हम तीनों फ्रेंड्स ने बाहर घूमने का प्लान बनाया तो यह जो हितेश था ना उसने मन बना लिया कि मुझे फिर ने नहीं जाना तो उसने बहाना बताया कि मेरे मुंह में छाला पड़ गया है इसलिए मैं नहीं आ सकता तुम घूम के आओ हमने बोला कि तुझे छोड़कर हम कैसे घूमने जा सकते हैं हमें नहीं जाना लेकिन फिर भी हम मन बना कर घूमने चल गई फिर कुछ दिन बाद वह गांधीनगर चला गया और हमें बताएं बिना वह साला अपनी वाइफ के साथ मोटेरा सूर्य मंदिर घूमने के लिए अच्छा लग गया है हमें बताया भी नही