दो विद्वानों की कहानी
Rushikesh Mahadik
एक समय की बात है, एक गांव में एक गुरु रहते थे जिन्हें खबर हो गई कि एक अन्य नगर में एक और विद्वान आये हुए हैं। वे अद्भुत ज्ञान के मालिक थे और आगे बढ़ने के लिए सबकी सहायता कर सकते थे। ये खबर सभी को बहुत पसंद आई और सभी लोग उस नगर में उनसे मिलने के लिए जूझने लगे।इन दो विद्वानों की राजया को पता चलते ही वहां का राजा उनसे बात करने के लिए अपने दरबार में बुला ले आये। राजा ने दोनों विद्वानों से अपने राज्य में ज्ञान का प्रचार करने का आग्रह किया।दोनों विद्वान ने राजा के आह्वान को स्वीकार किया और उन्होंने राजा के सामने आगे जाकर कहा, “आपके सामर्थ्य के लिए हमें गर्व महसूस हो रहा है, महाराज।