जानवरों की दोस्ती – जंगल की नैतिक कहानी PART 4
sagarkasde89
तो चिंटू उसे उस गड्ढे में गिराने की कोशिश करेगा।”चिंटू ने हामी भरी और कहा, “बिल्कुल, मैं उस गड्ढे को और गहरा बनाऊंगा ताकि शेर उसमें से बाहर न निकल सके।”गोलू ने गर्व से कहा, “मैं अपने मजबूत शरीर से शेर को गड्ढे में डाल दूंगा और ऊपर एक बड़ा पत्थर रख दूंगा ताकि वह बाहर न आ सके।”पिंकी ने सुझाया, “मैं आकाश से निगरानी करूंगी और अगर शेर किसी और दिशा में भागता है तो मैं तुम्हें सचेत कर दूंगी।”योजना के अनुसार, बंटी ने शेर का ध्यान भटकाते हुए उसे गड्ढे की ओर भागाया। शेर तेजी से उसके पीछे दौड़ा और सोचने लगा कि इस छोटे से खरगोश को पकड़ना कितना आसान है। लेकिन बंटी बहुत ही चालाक था