हम आज आपको एक भावनात्मक कहानी से मिलवाते हैं
Akash mahant
एक छोटी सी कहानी:बूढ़े पिता ने अपने बेटे को एक पत्थर दिया और कहा, इसे तुम्हारे दिल में रखो और जब तुम्हें दुख हो तो इसे याद करो।बेटा बड़ा हुआ और जीवन की चुनौतियों का सामना करने लगा। एक दिन, वह उदास होकर अपने पिता के पास आया और कहा, पिताजी, यह पत्थर मेरे दुख को नहीं मिटा सकता।पिता ने मुस्कराकर कहा, बेटा, यह पत्थर तुम्हारे दुख को नहीं मिटाता, लेकिन यह तुम्हें याद दिलाता है कि तुम अकेले नहीं हो, मैं तुम्हारे साथ हूँ।यह कहानी पिता-पुत्र के प्यार और साथ की भावना को दर्शाती है।