Do dost aur dosti ki misal ki kahani
punam kandyar
बहुत समय पहले, एक छोटे से गाँव में दो दोस्त रहते थे—राहुल और मोहन। उनकी दोस्ती गाँव के हर कोने में जानी जाती थी। दोनों ने एक-दूसरे के साथ बचपन से लेकर अब तक हर सुख-दुख साझा किया था। गाँव के बच्चे अक्सर कहते, देखो, राहुल और मोहन कितने अच्छे दोस्त हैं!एक दिन, गाँव में एक बड़ा मेला लगा। गाँव के लोग उत्साह में थे। रंग-बिरंगे झूले, मिठाइयों की खुशबू और खेल-तमाशों की आवाज़ें हर तरफ गूंज रही थीं। राहुल और मोहन ने तय किया कि वे मेले में जाकर एक-दूसरे के लिए कुछ खास खरीदेंगे