सूरज की सच्चाई
Adnan Muhammad
सूरज की सच्चाईगांव में सूरज नाम का एक नेक लड़का रहता था। एक दिन मेला देखकर वह एक सुंदर घड़ी खरीदना चाहता था, लेकिन पैसे खो गए थे।मेले में एक महिला अपने खोए हुए पैसे को ढूंढ रही थी। सूरज ने महिला की मदद की और पैसे ढूंढकर उसे लौटाए।महिला ने सूरज की ईमानदारी की तारीफ की। सूरज ने बस इतना ही कहा, “मैंने सही काम किया।”सूरज की सच्चाई ने गांव को यह सिखाया कि ईमानदारी सबसे बड़ी संपत्ति है।