टाइगर की भयावह कहानी
Gurudas Panchal
टाइगर की भयावह कहानीगहरे जंगल के बीच, जहाँ पेड़ एक दूसरे से इस तरह intertwined थे जैसे कोई राज छिपा हो, कناکपुर नामक एक वीरान गाँव था। यह गाँव कभी जीवंत था, लेकिन अब यहां की चुप्पी में केवल पत्तों की सरसराहट और दूर से आती एक बाघ की दहाड़ सुनाई देती थी। गांव के आसपास के लोग एक शापित जानवर की कहानियाँ सुनाते थे, जो अंधेरों में घूमता था—एक अद्भुत प्राणी, जिसकी आंखों में एक हजार सूर्यों की गर्मी थी।रवि, एक साहसी युवा, ने ये कहानियाँ बचपन से सुनी थीं। उसने इन्हें सिर्फ बेतुकी बातें समझकर नजरअंदाज किया। एक शाम, साहस और जिज्ञासा से भरा, उसने गांव की ओर जाने का निश्चय किया।