SAHIL STORY
Mohd Sahil
गंगा नदी के किनारे बसे छोटे से गाँव हरिपुर में एक साधारण किसान का परिवार रहता था। इस परिवार में थे रमेश, उनकी पत्नी सुमन, और उनका बेटा राजू। गाँव में रमेश की पहचान एक मेहनती और ईमानदार किसान के रूप में थी। परंतु, पिछले कुछ वर्षों से लगातार फसलों के नष्ट होने और कर्ज़ के बोझ ने रमेश को अंदर से तोड़ दिया था।रमेश हमेशा से मानता था कि मेहनत का फल जरूर मिलता है, लेकिन इस बार किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया। बेमौसम बारिश ने उसकी फसलें बर्बाद कर दीं और कर्ज़ चुकाने के लिए उसके पास कोई साधन नहीं बचा। वह निराश और हताश हो गया।एक दिन, जब रमेश अपनी सूखी फसलों के बीच बैठा था,