Mohabbat ki jang
Mohammad Khan_wcne
मगर रानी अपने दिल की आवाज़ सुनकर ही फैसला लेना चाहती है।वह जाफर से मोहब्बत करती है, लेकिन अपनी इज़्ज़त पर कोई समझौता नहीं करना चाहती।जाफर की चाहत और रानी की इज़्ज़त के बीच एक खाई पैदा हो चुकी है।यह कहानी अब एक ऐसे मोड़ पर है, जहां दोनों को अपने-अपने दिल की सुननी होगी।रानी जानती है कि वह जाफर के बिना खुश नहीं रह पाएगी।मगर वह यह भी जानती है कि अगर उसने अपनी इज़्ज़त के साथ समझौता किया, तो वह खुद से खुश नहीं रह पाएगी।जाफर को अब समझ में आ रहा है कि मोहब्बत में केवल दिल की सुनना काफी नहीं है।उसे रानी की इज़्ज़त का भी ख्याल रखना होगा।रानी के दिल में मोहब्बत और इज़्ज़त की जंग चल रही है।