एक गाँव
Ekta Tyagi
एक गाँव में रामु हारिलाल नामक बूढ़े आदमी रहते थे। उन्हें किसी काम की परवाह नहीं थी। एक दिन उन्हें अजीब पुस्तक मिली, जिसमें एक खज़ाने के बारे में लिखा था। रामु ने झील के किनारे खज़ाने की तलाश में जाना, पर कुछ नहीं मिला। वापस आकर उन्होंने अपने घर की नलकोपी ठीक की, जिससे उन्हें अपनी असली सम्पत्ति का महत्व समझ आया। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें हमेशा अपने कर्तव्यों का महत्व समझना चाहिए।