श्रीगणेश पुराण उपासना खंड अध्याय 1
kirankumar gaikwad
श्री गणपति को नमस्कारप्राचीन काल में ऋषि शौनक ने लगातार बारह वर्षों तक चलने वाला एक सत्र शुरू किया था।उस सत्र में विद्वान, रसिक, श्रद्धावंत तथा पुराण कथावाचक आदि ऋषियों का समूह उपस्थित था।उस सत्र में सुता ने श्रोताओं के मनोरंजन के लिए और उन्हें नया ज्ञान प्राप्त कराने के लिए अठारह महापुराणों का पाठ किया।